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Sunday 26 November 2017

ओळखा पाहू आम्ही कोण ?

(१) कधी हातावर, कधी भिंतीवर
         जाऊन मी बसतो
         तीन हात माझे सतत
         फिरवत मी असतो
         वेळ वाया घालवू नका
         असा नेहमी उपदेश करतो.
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(२) शर्टाच्या खिशावर
      रूबाबात बसतो
      काहीही लिहिण्यासाठी
      माझ्याशिवाय पर्याय नसतो .
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(३) आम्हाला काय पायच नाय,
      वळवळ सळसळ करीत जाय
      हिस्स् फुस्सचा हिसका बसता
   धडकी भरेल, कराल काय ? आम्ही कोण ?
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(४) लहानपणी हिरवा,
      चव माझी आंबट
      मोठेपणी पिवळा
      चव माझी गोड,
      मी तर आहे फळांचा राजा.
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(५) आहे मी लवचिक खरी,
      कामे माझी कितीतरी
      कडू , गोड, आंबट, खारट,
      माझ्याविना नाहीच कळत.
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उत्तरे :- (१) घड्याळ, (२) पेन, (३) साप,
           (४) आंबा, (५) जीभ.
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संकलन :- शंकर सिताराम चौरे (प्रा.शिक्षक)
               जि.प प्रा.शाळा बांडीकुहेर
               ता. साक्री जि.धुळे
                ९४२२७३६७७५
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