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Friday 12 January 2018

ऐकूया,  सांगूया .

 साहित्य :- मजकूर कार्डे 
                (परिच्छेद/ वाक्य समूह, कविता )
कृती :-
१.विद्यार्थ्यांनी मजकूर लक्षपूर्वक ऐकावयाचा
   आहे व तो मजकूर पुन्हा त्याच क्रमाने
    सांगावयाचा आहे अशी शिक्षकांनी सूचना
    द्यावी.
 २. शिक्षकांनी कार्डावरील मजकूर ऐकवावा.
 ३. विद्यार्थ्यांनी तो मजकूर पुन्हा त्याच
     क्रमाने सांगावा.
 ४. शिक्षकांनी चुकीची दुरुस्ती  स्वत: करावी.
     (१) पातेले ठेवले चुलीवर
           पाणी घातले कपभर
           त्यात घातली चहा - साखर
           उकळी आली भरभर
           दूध घातले पेलाभर
           चहा आला वरवर
           गाळून घेतला कपभर
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     (२) परातीत घेतले गव्हाचे पीठ
           त्यात घातले थोडेसे मीठ
           पाणी टाकून मळले खूप
           पिठाला दिले गोळ्याचे रूप
           गोळे केले लहान - लहान
           पोळ्या केल्या छान - छान
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     (३)  परातीत पीठ मळले
           पोळपाटावर चपाती लाटली
           तव्यावर चपाती भाजली
           गरम चपाती ताटात वाढली.
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     (४) नारळाची चटणी करतात.
          नारळाच्या करंज्या करतात.
          नारळ मसाल्यात घालतात.
          सत्काराला नारळ देतात.
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     (५) मेंढीच्या अंगावर लोकर असते.
          लोकरीपासून धागा काढतात .
          त्या धाग्याचे स्वेटर विणतात.
          स्वेटर थंडीत वापरतात.
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 संकलन :- शंकर सिताराम चौरे(प्रा. शिक्षक)
              जि. प.प्रा. शाळा - बांडीकुहेर
              ता. साक्री जि. धुळे
               ९४२२७३६७७५

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