माझ्या ब्लॉगवर मी श्री.शंकर चौरे आपले स्वागत करत आहे,ब्लॉग अपडेट करण्याचे काम चालू आहे..

Tuesday 7 April 2020

म्हणी व त्यांचे अर्थ ( मराठी भाषा )


१) ऐकावे जनाचे करावे मनाचे.

--- सर्वांचे म्हणणे ऐकून स्वतःला पटेल तेच करणे.
----------------------------------------------------------------
२) पळसाला पाने तीनच.

--- अशा काही गोष्टी असतात की त्या सर्वत्र सारख्या असतात.
----------------------------------------------------------------
३) लेकी बोले सुने लागे.

--- एकाला उद्देशून दुस-याला बोलणे.
----------------------------------------------------------------
४) नाव मोठे लक्षण खोटे.

--- भपका मोठा पण वस्तुस्थिती नेमकी विरूध्द.
----------------------------------------------------------------
५) कर नाही त्याला डर कशाला.

--- ज्याने अपराध केला नाही, त्याला शिक्षेची भीती नसते.
----------------------------------------------------------------
६) कामापुरता मामा.

--- गरजेपुरते गोड बोलणारा; मतलबी माणूस.
----------------------------------------------------------------
७) दाम करी काम.

--- पैशाने ब-याच गोष्टी साध्य होतात .
----------------------------------------------------------------
८) अंथरुण पाहून पाय पसरावे.

--- ऐपतीच्या मानाने खर्च करावा.
----------------------------------------------------------------
९) इकडे आड, तिकडे विहीर.

--- दोन्ही बाजूंनी अडचणीत सापडणे.
----------------------------------------------------------------
१०) गरज सरो, वैद्य मरो.

- आपले काम संपताच उपकार करणा-याला विसरणे.
----------------------------------------------------------------
११) रात्र थोडी सोंगे फार.

--- कामे पुष्कळ ; पण ती पार पाडायला वेळ न पुरणे.
----------------------------------------------------------------
१२) वासरांत लंगडी गाय शहाणी.

--- अडाणी लोकांत अर्धवट शहाण्याला मोठेपणा लाभते.
----------------------------------------------------------------
१३) देश तसा वेश.

--- परिस्थिती लक्षात घेऊन त्यानुसार वागावे.
----------------------------------------------------------------

१४) बळी तो कान पिळी.

--- बलवान माणूस इतरांवर हुकमत गाजवतो.
----------------------------------------------------------------
१५) हाजीर तो वजीर.

--- जो वेळेवर हजर राहील त्यालाच संधीचा फायदा होईल.
----------------------------------------------------------------
१६) हत्ती गेला नि शेपूट राहिले.

--- कार्याचा मोठा भाग पार पाडून थोडेसे कार्य शिल्लक राहणे.
----------------------------------------------------------------
१७) हसतील त्याचे दात दिसतील.

--- चांगली गोष्ट करताना निंदा करणा-याची पर्वा न करणे.
----------------------------------------------------------------
१८) थेंब थेंबे तळे साचे.

--- थोडे थोडे साठवत राहिल्याने काही दिवसांनी त्याचा मोठा साठा होतो.
----------------------------------------------------------------
१९) एका हाताने टाळी वाजत नाही.

-- कोणत्याही भांडणात, भांडणा-या दोन्ही बाजूंकडील माणसे जबाबदार असतात.
----------------------------------------------------------------
२०) पाचही बोटे सारखी नसतात.

--- सर्व माणसे सारख्याच स्वभावाची वा योग्यतेची नसतात.
----------------------------------------------------------------
२१) गोगलगाय अन् पोटात पाय.

--- बाहेरून गरीब दिसणारी ; पण मनात कपट असणारी व्यक्ती.
===============================
संकलन :- शंकर सिताराम चौरे (प्रा. शिक्षक)
पिंपळनेर ता. साक्री जि धुळे
९४२२७३६७७५

No comments:

Post a Comment