माझ्या ब्लॉगवर मी श्री.शंकर चौरे आपले स्वागत करत आहे,ब्लॉग अपडेट करण्याचे काम चालू आहे..

ब्लॉग भेटी.

Monday, 9 December 2019

  सांगा पाहू मी कोण  ?

      
(१) मी आहे जंगलाचा राजा, चाल तर ऐटबाज,
    आयाळ माझी शान, चटकन तू जाण  !
     सांगा पाहू मी कोण  ?

---------------------------------------------------

(२) नाही दिसत डोळ्यांना, नाही लागत हाताला  !
     आहे आजूबाजूला सर्वत्र, ओळखा पाहू मला.

---------------------------------------------------

(३) नाहीत पाय, नाहीत हात, तरी पळतो वेगाने
     पाहून मजला भितात लोक, सांगा मी कोण  ?

---------------------------------------------------

(४) शेतीची, घराची करतो राखण,
      प्रामाणिक म्हणून माझी शान,
     वास, आवाजावरून ओळखतो,
     मिश्राहार घेतो. सांगा पाहू मी कोण  ?
       
---------------------------------------------------

(५) दरवर्षी बदलतो पाने, पारंब्यांवर मुले खेळती,
      पक्षांना देतो आधार, धरतो तुम्हावर छाया.
      सांगा पाहू मी कोण  ?
-------------------------------------------------------
उत्तरे :-(१) सिंह,(२) हवा,(३) साप, (४) कुत्रा, (५) वडाचं झाड.
=============================

संकलन :- शंकर सिताराम चौरे (प्रा. शिक्षक )
             पिंपळनेर ता. साक्री जि. धुळे
             ९४२२७३६७७५

No comments:

Post a Comment