कुछ शब्दों का प्रयोग जोड़ियों में होता है। इन्हें ‘शब्द-युग्म' कहते हैं। बोलचाल में ऐसे शब्दों का अकसर प्रयोग होता है। उदाहरण के लिए दिन -- रात, दस -- बीस आदि। ये जोड़ियाँ कभी दो समान अर्थवाले शब्दों से, कभी सार्थक-निरर्थक शब्दों से, तो कभी विपरीत अर्थवाले शब्दों से बनती हैं। यहाँ ऐसे ही कुछ शब्द-युग्म प्रस्तुत हैं :
शब्द-युग्म
छोटा ---- बडा
दिन ---- रात
अता ---- पता
अनाप ---- शनाप
अपना ---- पराया
आना ---- जाना
आमने ----- सामने
आँधी ----- तूफान
इधर ----- -उधर
उठते ---- बैठते
उतार ---- -चढ़ाव
उथल ---- पुथल
काम ----- काज
कायदे ----- कानून
खान ----- पान
खेल ----- कूद
चमक ----- दमक
चलते ----- चलते
चहल ----- पहल
जान ----- पहचान
दस ----- बीस
धन ------ दौलत
नर ----- नारी
पढ़ना ----- लिखना
पालन ----- पोषण
पूछ ----- ताछ
बच्चे ---- बूढ़े
भला ---- बुरा
भाई ----- बहन
रीति ----- नीति
रूखा ----- सूखा
लंबा ----- चौड़ा
लेखा ----- जोखा
शोर ----- गुल
सूझ ----- बूझ
हक्का ----- बक्का
हिसाब ---- किताब
भोला ---- भाला
===========================
संकलन :- शंकर सिताराम चौरे ( प्रा. शिक्षक )
जि. प. प्रा. शाळा - जामनेपाडा
केंद्र - रोहोड, ता. साक्री, जि. धुळे
९४२२७३६७७५
No comments:
Post a Comment