माझ्या ब्लॉगवर मी श्री.शंकर चौरे आपले स्वागत करत आहे,ब्लॉग अपडेट करण्याचे काम चालू आहे..

ब्लॉग भेटी.

Tuesday, 23 October 2018

ओळखा पाहू -- मी कोण  ?


(१) जिकडे सूर्य तिकडे झुकते,
      शेतामधले फूल कोणते  ?

---------------------------------------

(२) लोखंड घेतो, खूप तापवतो,
      घणाच्या घावांनी आकार देतो, मी कोण  ?

--------------------------------------------------

(३) नेहमीच मला बघून घाबरता,
      पण नागपंचमीला पूजा करता !

----------------------------------------------

(४) डोक्यावर तुरा छान,
      राष्ट्रीय पक्ष्याचा मला मान  !

---------------------------------------------

(५) चिव चिव करिते गुजगोष्टी,
     खट्याळ आहे ही मोठी  !

-----------------------------------------------

(६)  चाक फिरवतो गरागरा,
       मडकी करतो भराभरा  !

----------------------------------------------

(७) असा सुळकन इकडे - तिकडे पळतो,
      मी फक्त पाण्यातच राहू शकतो  !

-----------------------------------------------

(८) म्हणतात मला फळांचा राजा,
      खाल्ल्यावर वाटते मज्जाच मजा  !

----------------------------------------------

(९) वाघाची ही मावशी,
      चोरून पिते दूध कशी  !

----------------------------------------------

(१०) पत्ता शोधतो, पत्र वाटतो,
       सकाळ असो की संध्याकाळ.

=========================

उत्तरे :-     (१) सूर्यफूल,    (२) लोहार,   (३) साप,
(४) मोर,   (५) चिमणी     (६)  कुंभार   (७) मासा, (८)आंबा,  (९)मांजर ,     (१०) पोस्टमन

=========================

     संकलक :-  शंकर सिताराम चौरे (प्रा. शिक्षक)
                       पिंपळनेर  - साक्री, जि. धुळे
                       ९४२२७३६७७५

  

1 comment: