१) ऐकावे जनाचे करावे मनाचे.
--- सर्वांचे म्हणणे ऐकून स्वतःला पटेल तेच करणे.
----------------------------------------------------------------
२) पळसाला पाने तीनच.
--- अशा काही गोष्टी असतात की त्या सर्वत्र सारख्या असतात.
----------------------------------------------------------------
३) लेकी बोले सुने लागे.
--- एकाला उद्देशून दुस-याला बोलणे.
----------------------------------------------------------------
४) नाव मोठे लक्षण खोटे.
--- भपका मोठा पण वस्तुस्थिती नेमकी विरूध्द.
----------------------------------------------------------------
५) कर नाही त्याला डर कशाला.
--- ज्याने अपराध केला नाही, त्याला शिक्षेची भीती नसते.
----------------------------------------------------------------
६) कामापुरता मामा.
--- गरजेपुरते गोड बोलणारा; मतलबी माणूस.
----------------------------------------------------------------
७) दाम करी काम.
--- पैशाने ब-याच गोष्टी साध्य होतात .
----------------------------------------------------------------
८) अंथरुण पाहून पाय पसरावे.
--- ऐपतीच्या मानाने खर्च करावा.
----------------------------------------------------------------
९) इकडे आड, तिकडे विहीर.
--- दोन्ही बाजूंनी अडचणीत सापडणे.
----------------------------------------------------------------
१०) गरज सरो, वैद्य मरो.
- आपले काम संपताच उपकार करणा-याला विसरणे.
----------------------------------------------------------------
११) रात्र थोडी सोंगे फार.
--- कामे पुष्कळ ; पण ती पार पाडायला वेळ न पुरणे.
----------------------------------------------------------------
१२) वासरांत लंगडी गाय शहाणी.
--- अडाणी लोकांत अर्धवट शहाण्याला मोठेपणा लाभते.
----------------------------------------------------------------
१३) देश तसा वेश.
--- परिस्थिती लक्षात घेऊन त्यानुसार वागावे.
----------------------------------------------------------------
१४) बळी तो कान पिळी.
--- बलवान माणूस इतरांवर हुकमत गाजवतो.
----------------------------------------------------------------
१५) हाजीर तो वजीर.
--- जो वेळेवर हजर राहील त्यालाच संधीचा फायदा होईल.
----------------------------------------------------------------
१६) हत्ती गेला नि शेपूट राहिले.
--- कार्याचा मोठा भाग पार पाडून थोडेसे कार्य शिल्लक राहणे.
----------------------------------------------------------------
१७) हसतील त्याचे दात दिसतील.
--- चांगली गोष्ट करताना निंदा करणा-याची पर्वा न करणे.
----------------------------------------------------------------
१८) थेंब थेंबे तळे साचे.
--- थोडे थोडे साठवत राहिल्याने काही दिवसांनी त्याचा मोठा साठा होतो.
----------------------------------------------------------------
१९) एका हाताने टाळी वाजत नाही.
-- कोणत्याही भांडणात, भांडणा-या दोन्ही बाजूंकडील माणसे जबाबदार असतात.
----------------------------------------------------------------
२०) पाचही बोटे सारखी नसतात.
--- सर्व माणसे सारख्याच स्वभावाची वा योग्यतेची नसतात.
----------------------------------------------------------------
२१) गोगलगाय अन् पोटात पाय.
--- बाहेरून गरीब दिसणारी ; पण मनात कपट असणारी व्यक्ती.
===============================
संकलन :- शंकर सिताराम चौरे (प्रा. शिक्षक)
पिंपळनेर ता. साक्री जि धुळे
९४२२७३६७७५
No comments:
Post a Comment