🔹दोस्तो मेरे सात पहेलिया सुलझाए ।🔹
(१) काॅटो मे मै खिलता हूँ ,
फिर भी हँसता रहता हूँ ।
फूलों का मैं राजा हूँ ,
नेहरू जी का प्यारा हूँ ।
(२) गाँव -गाँव की प्यास बुझाती ,
कल -कल का संगीत सुनाती ।
बढती रहना मेरा काम,
बतलाओ तो मेरा नाम ।
(३) खेल है नशीब का,
घर हूँ गरीब का ।
एक-एक दिन गिनती हूँ
घास-फूस से बनती हूॅ ।
(४) दूध मिले तो मैं पी जाऊॅ,
चूहे को चटकर जाऊ ।
मेरे रंगों के ये भेद(प्रकार)
काली, कबरी और सफेद ।
(५) बहने की है मुझे लगन,
गंगा की मै छोटी बहन ।
सोचो, जाकर अपनी छत पर ,
ताजमहल है मेरी तट पर ।
(६) नेताजी कहता है देश,
सैनिक जैसा मेरा वेश ।
नाम जरा लो मेरा खोज,
मैने बनाई आजाद हिंद फौज ।
(७) नारी के हाथों की शोभा हूँ
सौभाग्य की निशानी हूँ ।
जब हम खनकती हैं तो लगता,
संगीत की बानी हूँ ।
--- उत्तर (१) गुलाब , (२) नदी, (३)झोंपड़ी,
(४) बिल्ली, (५) यमुना,
(६)सुभाषचंद्र बोस, (७)कंगन
संकलन कर्ता :- शंकर चौरे
पिंपळनेर ता, साक्री(धुळे)
📞 ९४२२७३६७७५
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