⭐जोड्या जुळवून वाचूया.⭐
संकलक :-- शंकर चौरे (पिंपळनेर) धुळे
¤ ९४२२७३६७७५ ¤
'अ ' गट ' ब ' गट
(०१) डोळे - पहाणे
(०२) नाक - वास घेणे
(०३) कान - ऐकणे
(०४) हात - काम करणे.
(०५) पाय - चालणे.
(०६) तोंड - खाणे.
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(०७) ज्वारी - भाकरी
(०८) गहू - चपाती.
(०९) तांदूळ - भात.
(१०) डाळ - वरण.
(११) मटकी - उसळ.
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(१२) साखर - गोड.
(१३) मीठ - खारट.
(१४) मिरची - तिखट.
(१५) चिंच - आंबट.
(१६) तुरटी - तुरट.
(१७) कारले - कडू.
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(१८) पान - हिरवे.
(१९) कोळसा - काळा.
(२०) हळद - पिवळी.
(२१) दूध - पांढरे.
(२२) कुंकू - लाल.
(२३) आकाश - निळे.
(२४) जांभूळ - जांभळे.
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(२५) शिक्षक - शाळा.
(२६) ग्रामसेवक - ग्रामपंचायत.
(२७) डॉक्टर - दवाखाना.
(२८) पोस्टमन - पोस्ट.
(२९) पोलीस - पोलिसचौकी
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(३०) बसगाडी - बसस्थानक.
(३१) आगगाडी - रेल्वेस्टेशन.
(३२) विमान - विमानतळ.
(३३) जहाज - बंदर.
(३४) बैलगाडी - गाडीतळ.
संकलक :- शंकर चौरे(प्रा. शिक्षक)
पिंपळनेर
ता. साक्री जि.धुळे
९४२२७३६७७५
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